जब लिखने बैठता हूँ, तस्वीर तेरी आँखों में छा जाती है!
किताबों में दफ़न फूलों से अब तलक तेरी खुशबु आती है!!
Thursday, June 14, 2012
तेरी जुदाई ने तडफाया है...
नींद नहीं आँखों में तेरी यादो का साया है, तेरी जुदाई ने हरपल मुझे तडफाया है ! तसल्ली है दिल को सपने में जो तू आया है, सितमगर हर लम्हा तुने मुझे सिर्फ तडफाया है!
सुन्दर शायरी...
ReplyDelete:-)
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (16-06-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ...!
बहुत खूब...
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