जब लिखने बैठता हूँ, तस्वीर तेरी आँखों में छा जाती है! किताबों में दफ़न फूलों से अब तलक तेरी खुशबु आती है!!
Tuesday, July 9, 2019
दिल नहीं लग रहा...
दिल नहीं लग रहा
तेरी कोई ख़बर नहीं अब तलक
दिल नहीं लग रहा
तेरी ही यादें है जमी से फ़लक
दिल नहीं लग रहा
तेरी सुरत नज़र नहीं अब तलक
दिल नहीं लग रहा
आजा दिखला अब अपनी झलक
तुम भी चुप रहे...
अश्क़ आंखों से रिश्ते रहे और
तुम भी चुप रहे
दर्द दिल मे होता रहा और
तुम भी चुप रहे
जुदाई होती रही हमारी और
तुम भी चुप रहे
इश्क़ बढ़ता रहा दर्मियान और
तुम भी चुप रहे
तडफ़ता रहा तेरी झलक पाने और
तुम भी चुप रहे
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