Saturday, October 17, 2020

क्या फ़ायदा ...

 क्या फ़ायदा हुआ

मगरूर-ऐ-हुस्न का

बस जलता हुआ

धुआँ है बुझते चिराग का



तुम होने नही दोगी ...

 भूल जाये तु मुझे ऐसा तो

कभी होगा नही

तुझे मैं भूल जाऊं ऐसा तो

तुम होने नही दोगी

तमन्ना है गर मौत आये तो

तेरी बाहों में आये

वादा करो तुम वर्ना ऐसे तो

सोने नही दोगी




तेरे पास हूँ मैं ...

तेरे हर शब्द का 
अहसास हूँ मैं
तु कहे ना कहे
तेरे लिए खास हूँ मैं
तु रहे दूर कही भी
इस कयानात में
हर लम्हे हर क्षण 
तेरे पास हूँ मैं


Friday, September 4, 2020

पहली मुलाकात...

 याद है, तुमने पुछा था 

कि मैं तुम्हें जानती नहीं तो

दोस्ती कैसी हो सकती है

मेरा जवाब था,

हर दोस्त पहली मुलाकात में

अजनबी ही होता है


काली जुल्फों को यू बिखराया ना करो...

 काली जुल्फों को यू बिखराया ना करो

गर बिखर जाये तो संवारा ना करो

यूँ तन्हाई में गुज़र रहा है जीवन हमारा

कभी दिल से पुकारा तो करो

कुर्बान दिलो जान तेरी मुस्कुराहट के लिए

कभी खुल के आजमाया तो करो

खींचे चले आएंगे तेरी सांसो की कसक से

कभी धड़कनो को बढ़ाया तो करो

तेरे आंखों की काजल से घटा छा गई है

कभी  बारिश भी कराया करो

रंजो गम तो जिंदगी का फ़लसफ़ा है

यूँ दिल की आरजू को दबाया ना करो




तेरा साथ...

दुःख में ख़ुशी की

वजह बनता है

तेरा साथ

दर्द में राहत की

वजह बनता है

तेरा साथ

जब कुछ भी 

अच्छा नहीं लगता

दुनिया में

तब जीने की

वजह बनता है

तेरा साथ



मौशिक़ी पसंद आये...

 लौटोगे नही अब हमारी उन पुरानी यादो में

लौट के देख लो शायद आशिक़ी पसंद आये

पुकार लो ना अब हमारे उन पुराने नामों में

सुन के देख लो शायद मौशिक़ी पसंद आये




साहिल पे...

 साहिल पे खड़े होकर

सागर को लल्कारा ना करो

ऐसे प्यार से ऐतबार से

हमको पुकारा ना करो

बिखरे हैं जुल्फ़े तेरी

इसे अब संवारा ना करो




हिन्द की सदा विजय हो...

 जय हो सदा हमारी हिन्द की सदा विजय हो

शत्रुओ में सदैव भय हृदय में सदा प्रलय हो

सोच हमारी देशहित और भाव सदा देशमय हो

तिरंगा ध्वज लहराये सदा हिन्द कि विश्वविजय हो

हम में शौर्य छल्के और सदभाव कि सदा लय हो

जय है अखण्ड भारत की हिन्द की सदा जय हो



सूरत देखी तेरी...

जब से सूरत देखी तेरी

ना भाया किसी और का मुखड़ा

तुझे खोने का है गहरा ग़म

किसे सुनाए अपना दुखड़ा



बह ना जाये तेरे इश्क़ में...

 कहीं बह ना जाये तेरे इश्क़ में

दिल-ऐ-सब्र का बांध

उमड़ते हैं अरमान तेरे इश्क़ में

थाम लो इसे अपने कांध



चाहते तो सभी है...

चाहते तो सभी है तेरा हो जाना

मन कि आरज़ु भी फ़ना हो जाना

चाहते तो सभी है तेरा साथ पाना

दूर हो तुम फ़िर भी साथ पाया

चाहते तो सभी है तेरा बन जाना

तु बनी है सिर्फ़ मेरे लिए दिल ने माना



दिल की आरजू हो तुम...

दिल की आरजू हो
तुम तमन्ना भी
तू मिल जाए तो
छोड़ दें जन्नत भी
तुम ही हो प्रार्थना
और मन्नत भी
तेरा साथ है मेरे लिए
स्वर्ग और जन्नत भी

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Monday, July 27, 2020

प्यार और दोस्ती ...


दोस्ती

दोस्ती वो है जो आपके जस्बात को समझे,
दोस्ती वो है जो आपके एहसास को समझे!
मिल तो जाते हैं अपना कहने वाले ज़माने में बहुत,
अपना वो है जो बिना कहे ही आपको अपना समझे !!

प्यार

प्यार वो है जो आपके जस्बात को समझे,
मोहब्बत वो है जो आपके एहसास को समझे!
मिल तो जाते हैं अपना कहने वाले ज़माने में बहुत,
अपना वो है जो बिना कहे ही आपको अपना समझे !!