Saturday, May 27, 2023

अंजाम तक...

तूने हरदम दिल दुखाया परेशान किया वक्त बित गया तुझे समझाने का ।


सम्हाल जा अब वक्त आ गया है तेरे अंजाम तक तुझे पहुंचाने का ।

लाज़वाब लक्ष्य...

उड़ने तो दो मिट्टी को आसमान की ऊंचाइयों पे आखिर कब तक उड़ेगी, 

हवाये जब साथ न चलेगी तो धरती पर आ गिरेगी ।


जो डरने लगे अपने निदंको से वो जीवन में कुछ कर नही सकते,

यात्रा जितना कठिन होगा, लक्ष्य उतना ही लाजवाब होगा।।


मुकेश गिरि गोस्वामी : हृदयगाथा मन की बातें...

कुछ पंक्तियां...


चौपाई किसके लिए लिखे अब भाई ।

दोहे पढ़ने वालों की आकाल जो आई ।।


लिखते थे जिसके यादों रहनुमाई में होके तन्हा ।

भूल बैठे हैं कद्रदा हमारे, अपने जमीर करके नन्हा ।।


बैठे हैं हम आपकी यादों के थपेड़े झेलते हुए।

आप थकी नही हमारे जस्बातों से खेलते हुए।।


मुकेश गिरि गोस्वामी

हृदयगाथा मन की बातें 


Hridayagatha : Man ki Baten हृदयगाथा : मन की बातें...

घमंड...

 इस तरहा ना कर तु घमंड, इतनी छोटी सी जीत का,


नामो निशान मिट गया है, दुनिया जितने वालों का ।


#hridayagath

मुक्कमल...

 वैसे तो मुक्कमल हो जाती जिंदगी.....


बस एक तुम और तेरी कमी रह गई.....


मुकेश गिरि गोस्वामी हृदयगाथा मन की बातें