नदी के दो किनारे हम...
तुम किसी की और तुम्हारे हम
नदी के दो किनारे हम...
तुम दिल और धड़कन हम
नदी के दो किनारे हम...
तुम इश्क़ और जूनून हम
नदी के दो किनारे हम...
बेवफ़ा तुम और वफ़ा के सहारे हम
जब लिखने बैठता हूँ, तस्वीर तेरी आँखों में छा जाती है! किताबों में दफ़न फूलों से अब तलक तेरी खुशबु आती है!!