पल पल घटित समय ये क्षण
अब संगठित होंगे ये कण
नव वर्ष का सूर्य उदय हुआ
अब मिटेगा जग से अँधियारा
नव उमंगें लहरा रही नव चेतना उदय हुआ
अब जग पुल्कित हुआ बहेगी विकास की
धारा
अंग्रेजी नववर्ष के उपलक्ष्य में शुभकामनाएं
ईश्वर आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करे ।
मुकेश गिरि गोस्वामी “ हृदयगाथा : मन की बातें ”
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