जब लिखने बैठता हूँ, तस्वीर तेरी आँखों में छा जाती है! किताबों में दफ़न फूलों से अब तलक तेरी खुशबु आती है!!
बहुत ख़ूब सादर
सादर धन्यवाद
Bahut shukriya...
बहुत ख़ूब
ReplyDeleteसादर
सादर धन्यवाद
DeleteBahut shukriya...
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