Tuesday, July 9, 2019

तुम भी चुप रहे...


अश्क़ आंखों से रिश्ते रहे और
तुम भी चुप रहे
दर्द दिल मे होता रहा और
तुम भी चुप रहे
जुदाई होती रही हमारी और
तुम भी चुप रहे
इश्क़ बढ़ता रहा दर्मियान और
तुम भी चुप रहे
तडफ़ता रहा तेरी झलक पाने और
तुम भी चुप रहे

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