Saturday, May 22, 2021

विपत्ति की घडी में साथ खड़े रहें

आज लिखने का मन तो बहुत कुछ हो रहा है लेकिन लिखना आसान नहीं है आज मेरे लिए क्योंकी पिछले कुछ दिनों में कोरोना ने अपने बहुत से साथी, रिश्तेदार, और पहचान के लोगों मृत्यु के गोद में चले गए... 


विश्वास ही नहीं हो रहा है जो कल तक पूरी तरह स्वस्थ थे, एका-एक  करोना वायरस के चपेट में आ गए और देखते ही देखते मृत्यु की गोद  में चले गए और हम सब हाथ में हाथ धरे देखते रह गए। 


आओ साथ मिलकर इस महामारी से लड़ें अपनों को इस विपत्ति की घडी में साथ खड़े रहें। 


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