तू भी अन्ना मैं भी अन्ना ...
क्रांति पैसे से नहीं आती,
सच्चे विश्वास से आती है !
विधेयक खुद को बचाने बनाई जाती है,
देश को डुबाने के लिए बनाई जाती है !
फिर भी देश भक्ति की गीत जनता गाती है,
ऐसी कोशिश सरकार को क्यूँ नहीं भाती है !
भ्रष्टाचार को क्यूँ सर पर चढ़ाया जाता है,
सच्चाई के आगे तो देवता भी झुक जाता हैं !
riteshtikariha@gmail.com
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