Monday, May 5, 2014

अजब दिलकशी है...

अजब दिलकशी है, तेरे लिबास में
क्या अंदाज़ है, तेरे बात में
मीठी रुस्वाई है, तेरे मिलान की आस में

मन मचल रहा है, भंवर जैसे कुमुदनी में
दिल बैचैन है तेरे इन्तिज़ार में
यक़ीनन तड़फ रही है तू भी मेरे प्यार में

मुकेश गिरी गोस्वामी : हृदयगाथा मन की बातें

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