जब लिखने बैठता हूँ, तस्वीर तेरी आँखों में छा जाती है! किताबों में दफ़न फूलों से अब तलक तेरी खुशबु आती है!!
कहीं बह ना जाये तेरे इश्क़ में
दिल-ऐ-सब्र का बांध
उमड़ते हैं अरमान तेरे इश्क़ में
थाम लो इसे अपने कांध
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