जब लिखने बैठता हूँ, तस्वीर तेरी आँखों में छा जाती है! किताबों में दफ़न फूलों से अब तलक तेरी खुशबु आती है!!
जय हो सदा हमारी हिन्द की सदा विजय हो
शत्रुओ में सदैव भय हृदय में सदा प्रलय हो
सोच हमारी देशहित और भाव सदा देशमय हो
तिरंगा ध्वज लहराये सदा हिन्द कि विश्वविजय हो
हम में शौर्य छल्के और सदभाव कि सदा लय हो
जय है अखण्ड भारत की हिन्द की सदा जय हो
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