जब लिखने बैठता हूँ, तस्वीर तेरी आँखों में छा जाती है! किताबों में दफ़न फूलों से अब तलक तेरी खुशबु आती है!!
याद है, तुमने पुछा था
कि मैं तुम्हें जानती नहीं तो
दोस्ती कैसी हो सकती है
मेरा जवाब था,
हर दोस्त पहली मुलाकात में
अजनबी ही होता है
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ आपको।
Thank you...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ आपको।
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